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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

नवयुगल - अशोक कुमार पचौरी


नवयुगल,
प्रेम रस पी पीकर,
मधुकर दिनकर,
और रजनी भर,
युवा दिवा भर,
और प्रौढ़ रात भर,
कभी निकलें बन करके कविता,
कभी छंद वंद स्वछन्द निख़र,
रजनी रजनी रजनीकर के,
दिवा दिवस के दिनकर के,
अध्भुत विशाल और सौम्य नभ में,
कभी बन के खग विहार करते,
है यहीं पर यौवन वन और तट,
ये हैं प्रेम के माझी केवट,
नभ वृंद वृंद वृन्दावन से,
कभी कृष्ण, राधिका बन करके,
कभी मथुरा में , वृन्दावन में,
इनकी माया ये ही जाने,
ये नवयुगल,
ये प्रेम वत्स,
करते परिभासित,
प्रेम इधर,
ये प्रेम भी बस ये ही जाने,
बुनते रहते ताने बाने,
तम में और अति तम में,
भी पाजाते पथ को,
विचलित होते हैं क्षण भर को,
फिर वापस राह को पाते हैं,
मंजिल को आते जाते हैं

----अशोक कुमार पचौरी


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (2)

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Lekhram Yadav said

सर नमस्कार आप हमें ये किस मकड़जाल में उलझा रहे हो और खुद प्रेम रस का आनन्द उठा रहे हो। थोङा हमारी ओर देख लेते तो हम भी खुश हो जाते। शब्दों का चयन बहुत गम्भीरता को दर्शा रहा है मेरी तो कल्पना में भी नहीं है। फिर भी पढ़ कर एक नई उर्जा मिल रही है।

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' replied

Shriman aapki pratikriya se utsahvardhan avashya ho raha hai lekin prem ras ko to aapke liye sanjo kar laaya hun, aanand lein is prem ras ka.

वेदव्यास मिश्र said

बहुत ही आनन्दमयी प्रेममयी खूबसूरत प्राकृतिक रचना 👌👌 मतलब प्रेम रस में डूबने का मजा ही कुछ और है !! शुभाशीष नमन 💝☝

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' replied

Adarneey Acharya Ji itni sundar pratikriya evam Ashish ke liye aapka bahut bahut abhaar evam saadar pranam 🙏🙏

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