कड़ी मेहनत ही नई सृजनता जीवन मे भर लाती है,
ठोकर लगे तो घबराना मत यह ठोकर पाठ बताती है,
जीवन की नयी ठोकरें खाने से हमे बचाती हैं,
एक बार आयी विपदा अनुभव देकर जाती है।
काल्पनिक दृश्य तुम्हारी तब संजीव बन जाती है,
जब तुम्हारी स्मृति उसके पीछे पड़ जाती है,
मुख व चक्षु केवल संघर्ष बतलाती है,
घोर तपस्या तब तुम्हारी जीवन मे रंग लाती है,
माथे पर विजयश्री तब विजय तिलक कर जाती है।
----आदित्य तिवारी

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




