संवाद को वाणी दो
थोड़ा तो उसे सम्मान दो
माना सोच समझ है, पर आराम न दो
संवाद को वाणी दो…
लफ़्ज अगर तड़पे तो मौन न दो
उचित उसे अवतरण दो
माना होगी थोड़ी खिंचाई ध्यान न दो
संवाद को वाणी दो …..
अच्छे - बुरे दौर को, सिने से निकाल दो
संवेदना की धारा को बहाव दो
माना कष्ट होगा, पर उर्मि भर उफ़ान दो
संवाद को वाणी दो…
कोई माने या न माने, अपना काम कर दो
सुने या न सुने, जो कहना है कह दो
सीख के दो बोल अपने अंदाज में बोल दो
संवाद को वाणी दो…