प्रतियोगी छात्रों
अगर तुम संघर्ष भरे इस कठिन राह पर चल दिए हो फिर पथ में आने वाली लाख परेशानियों का सामना करो उनसे घबराओ मत तुम अपने सत्य कर्मनिष्ठ मार्ग पर अडिग भाव से चलते जाओ
राह में पड़ने वाले उन शूलो को अपने अनुशासित और अनुकंपित विचारों से उनका सामना करो
अपने कदमों को स्थिर रखो और लक्ष्य की ओर
बढ़ते जाओ नेत्रों को सजल और सयमित रखो
सिर्फ दृष्टि तुम्हारे कर्तव्य कि और हो अपने अंतर्मन को चट्टान की भांति कठोर रखो
कठिन परिश्रम से विपरीत परिस्थितियों को अपने पक्ष में करो
अपमान व्यंग्य अघात सब तुम भूल जाओ तुम्हरा अंतर्मन सिर्फ जरूरी तरंगों और ध्वनियों को संग्रहित करे ।
दुख पीड़ा भूख प्यास नींद प्यार आलस सब का त्याग करो धीर धरो अधीर न हो चंद दिनों की बात है फिर तुम्हारी ही बात है इन पलों को सुधार लो सवार लो किस्मत को भी परख लो सफलता तुम्हारा माथा चूमने आएगी
उतनी ही उत्सुकता से जितना बेसब्री से तुम उसका इंतजार करोगे
अपनी मेहनत और लगन से साबित कर दो खुद के मेहनत काबिलियत और विश्वास को
शुभम तिवारी


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
The Flower of Word by Vedvyas Mishra







