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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra The Flower of WordThe novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Dastan-E-Shayara By Reena Kumari Prajapat

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The novel 'Nevla' (The Mongoose), written by Vedvyas Mishra, presents a fierce character—Mangus Mama (Uncle Mongoose)—to highlight that the root cause of crime lies in the lack of willpower to properly uphold moral, judicial, and political systems...The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

                    

बढ़ती ही जा रही है

बढ़ती ही जा रही है

बढ़ती ही जा रही है इस दिल की बेकरारी
आई नहीं, अभी तक, कोई, खबर तुम्हारी
यूं, इन्तजार, कितना, कब तक हम करेंगे
पल-पल की ये जुदाई, कब तक हम सहेंगे
कह, रही हैं, तुम से, ये खामोशियों हमारी
आई, नहीं अभी तक, कोई, खबर तुम्हारी
बेचैन, हूं मैं, कबसे ये, मुझ को पता नहीं
जो, भी, हुआ, है, इस, में, मेरी, खता नहीं
लाएगी, र॔ग, क्या-क्या, ये दीवानगी हमारी
आई, नहीं, अभी तक, कोई, खबर तुम्हारी
कैसे, कहूँ मैं जानम, मुझको है प्यार तुमसे
जीना हुआ, है मुशिकल, कैसे बताएं तुम से
खामोश, हो, गई है, ये, कब से जुबां हमारी
आई, नहीं, अभी तक, कोई, खबर तुम्हारी
- लेखराम यादव


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सर्वाधिकार अधीन है


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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

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अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Suprabhat Yadav ji bahut Sundar Rachna ke sath Aagaz Kiya

Lekhram Yadav replied

अशोक कुमार पचौरी आर्द्र जी सुप्रभात जो बङी सुन्दर, मनमोहक और खुशियों से परिपूर्ण हो, आपकी कृपा से आगाज अच्छा हुआ है तौ अन्जाम भी अच्छा ही होगा।

Muskan Kaushik said

Kya baat hai aapki rachnaon ki😊😊

Lekhram Yadav replied

मुस्कान कौशिक जी आपने जो स्नेह और उर्जा प्रदान की उसके लिए मैं सदैव आपका ऋणी रहूंगा।

रीना कुमारी प्रजापत said

बहुत सुंदर

Lekhram Yadav replied

रीना कुमारी प्रजापत जी मेरी महफिल में पुन आपका स्वागत और अभिनन्दन है। आपकी मूल्यवान टिप्पणी हर बार मेरा हौंसला बढ़ा रही है।

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