जिसे हमने कभी नहीं देखा उसने हमें देखने को आँखें चलने के लिए पैर काम करते के लिए हाथ दे रखा
गर कोई किसी मजबूर को मदद किया किसी को दिखा कर ये मददगार नहीं मेरा नाम हो इसलिए दिया
इल्मी बहस में कोई किसी को शिकस्त दे दे उस समय का मामला था सदा के लिए तस्लीम नहीं किया जायेगा
इल्म का मर्तबा वो रुतबा ला हासिल है गर जिस चीज का इल्म हो मगर अमल नहीं ला हासिल समझा जायेगा
फातेह वही है जिसने सच्चाई _ ईमानदारी _ बेगैर भेद भाव जमीं पर इन्साफ बे खौफ होकर दबंग के साथ
इल्मी बहस में एक दिन का कामयाबी हर दिन वह कामयाब नहीं होगा इल्मदान की कमी नहीं संसार में
कायनात में दो ही अलीम खुदा का सनद याफता एक हैं मुहम्मद दूसरा इब्लिश तीसरा कोई नहीं हो सकता है
इल्म नजूम साइंस इन्सानी पैदावार है _मदरसा हो या विश्वविद्यालय मुकाबले में कोई बड़ा छोटा नही
कुरान पढ़ने या समझने में माहिर गर कारनामा ख़ोज _ तहकीक और आविष्कार नहीं तो महान नहीं
महान वो समझा जायेगा जिसने किसी चीज़ का आविष्कार किया झूठ और शिकवा शिकायत से पाक रहकर
कुरान _ बाइबल दिगर मुकद्दस किताब पढ़ने वो पढ़ाने केलिए नहीं है महज़ खुद को दुसरे को समझना लाजमी है
वसी अहमद क़ादरी ! वसी अहमद अंसारी !
मुगक्किर ए कायनात ! मुफक्किर ए मखलूकात
दरवेश ! लेखक ! पोशीदा शायर! 22.12.2025


The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra
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