उसकी ज़िंदगी बख़्श दे ऐ ख़ुदा,
जाने कितने दिलों की धड़कन है वो।
किसी का भाई है किसी का हमसफ़र है,
तो किसी का पूरा संसार है वो।।
उसकी ज़िंदगी बख़्श दे ऐ ख़ुदा,
जाने कितनों की मुस्कान है वो।
किसी का ज़ुनून है किसी का रहबर है,
तो किसी की डूबती नैया का माॅंझी है वो।।
उसकी ज़िंदगी बख़्श दे ऐ ख़ुदा,
जाने कितनों के सर का ताज है वो।
किसी का पिता है किसी का बेटा है,
तो किसी की पूरी ज़िंदगी है वो।।
उसकी ज़िंदगी बख़्श दे ऐ ख़ुदा,
जाने कितनों का सहारा है वो।
किसी का दोस्त है किसी का प्यार है,
तो किसी के दिल का टुकड़ा है वो।।
🖋️ रीना कुमारी प्रजापत 🖋️