श्रद्धा का सागर
डॉ. एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात"
भर दो हृदय में श्रद्धा का सागर,
हर चुनौती लगे जैसे एक गागर।
आत्म-विश्वास की जब हो अटूट डोरी,
हर बाधा लगे जैसे कच्ची डोरी।
संदेह की काली घटाएँ छँट जाएँगी,
आशा की सुनहरी किरणें आएँगी।
जब भीतर की शक्ति पर होगा यकीन,
हर मुश्किल राह भी लगेगी हसीन।
डर की दीवारें खुद ही गिर जाएँगी,
साहस की नींवें और गहरी जाएँगी।
मन में विश्वास का जब बजेगा नाद,
हर असंभव भी लगेगा आसान, आबाद।
तो आओ मिलकर करें यह प्रयास,
विश्वास से भर दें अपना हर श्वास।
फिर देखना, यह जीवन का संग्राम,
लगेगा एक सुंदर और सहज काम।