दुनिया में पक्के रंग खोजते रह जाओगे जनाब।
मेरे ऊपर रंग जमाया याद आओगे बहुत जनाब।।
घर से निकले स्कूल गये स्कूल में नजर तुम आए।
तेरी नजरो का कमाल याद आओगे बहुत जनाब।।
प्यार ने काली रात हमारी नब्ज टटोली 'उपदेश'।
भोर का माहौल गजब याद आओगे बहुत जनाब।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद