वो कहते हैं,एक दिन हम तेरे पास चले आयेंगे,(2)
हमने कहा, जब तक तुम आओगे,
मेरी जान तब तक हम किसी और के पास चले गये होंगे।
वो कहते हैं,एक दिन तुम्हें पूरी दुनियां घुमायेंगे,(2)
हमने कहा,झूठे सपने ना दिखा ऐ मेरी जान
उससे पहले हम ही दुनियां घूम आयेंगे।
वो कहते हैं, एक दिन तुम्हें हर वो खुशी दे देंगे
जो बनी है तुम्हारे लिए,(2)
हमने भी कह दिया, जो बनी है मेरे लिए वो खुशी
मिलेगी ही मुझे,
क्यों बेकार में कोशिशें करते हो।
वो कहते हैं, एक दिन कदम से कदम मिलाकर
साथ - साथ चलेंगे,(2)
हमने कहा, एक दिन क्यों आज ही चलते हैं।
- रीना कुमारी प्रजापत
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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