हमें हाथ पकड़ ले जा रहा था कोई
पूछा हमने कौन हो तुम
मुस्कुराकर बोला वक़्त हूँ प्यारे
कल किसी का था आज तुम्हारा हूँ
जी भर जी ले अपने ख़्वाबों को
जो नहीं मिला उसको भूल जा
जो मिला है उसकी ख़ुशी मना
चेहरे को मीठी सी मुस्कान से सजा ले
वक़्त हूँ,साथ सदा रहता नहीं
आगे किसी को जाने देता नहीं
तू क़दर कर मेरी,ख़ुशी हो या गम,मुस्कुराकर निभा
फिर तुझे हारने मैं कभी देता नहीं ..
वन्दना सूद