स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन
शिवानी जैन एडवोकेट(Byss)
स्वस्थ शरीर में स्वस्थ मन, जीवन का ये आधार,
सपनों को दो पंख नए, छू लो तुम आकाश पार।
हर पल जियो खुलकर, जीवन का लो रसपान,
सकारात्मक ऊर्जा से, बनो तुम शक्तिमान।
प्रकृति से जुड़ो तुम, ताज़ी हवा में घूमो,
मन को दो विश्राम, चिंताओं को भूलो।
दोस्तों का साथ हो, परिवार का प्यार,
जीवन के हर मोड़ पर, खुशियों का हो संचार।
ध्यान और योग से, मन को करो एकाग्र,
आंतरिक शांति से, जीवन को करो पावन।
सेवा और परोपकार, जीवन का हो उद्देश्य,
स्वस्थ मन और शरीर से, पाओ तुम विशेष।