वो कहते हैं कि वो मूझसे
प्यार नहीं करते लगता है वो
खुद पे एतबार नहीं करतें।
जब न था भरोसा तो
प्यार को क्यों परोसा।
दिखाया इश्क़ का झरोखा।
मेरे दिल ने उनको कितना रोका।
फिरभी ना वह रुके
हद से ज्यादा आगे बढ़ गए
सच्चाई तो थी नहीं उनके पास
वह झूठी चाह में पड़ गए।
किसी दूसरी चाह में गीर गए
लगता है जैसे वो मेरे इश्क की दुनिया से
जीते जी मर गए ...
जीते जी मर गए....