जो उड़ गए परिंदे उनका मलाल क्या करूँ
यहाँ पाले हुए भी 'उपदेश' दलाल क्या करूँ
उनका दायरे में रहना उनके बस में ही नही
गैरों से मशविरा कर करके बेहाल क्या करूँ
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद
New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.
New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|
जो उड़ गए परिंदे उनका मलाल क्या करूँ
यहाँ पाले हुए भी 'उपदेश' दलाल क्या करूँ
उनका दायरे में रहना उनके बस में ही नही
गैरों से मशविरा कर करके बेहाल क्या करूँ
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद