मेरे दिल को धड़काने वाले,
मेरे एहसासों को जगाने वाले,
समंदर जितनी गहराई में,
सिर्फ तुम्हीं हो रहने वाले,
ज़रा बताओ तुम कौन हो,
तुम चोर हो या कोई और...।।
सुबह उठते ही तेरा ही ख्याल आने वाले,
हर समय जुबां पर रहने वाले,
हवाओं में लिपटकर सांसों में समा जाने वाले,
ज़रा बताओ तुम कौन हो,
तुम चोर हो या कोई और...।।
भीगीं बरसात में मेरे संग भींगने वाले,
भींगते ही सर्दी-जुखाम हो जाने वाले,
प्यार से गुस्सा दिलाने वाले और,
गुस्सा दिलाके गुस्से से मनाने वाले,
सबकी परवाह करने वाले,
ज़रा बताओ तुम कौन हो,
तुम चोर हो या कोई और...।।
मैं तपती धूप में तेरा इंतजार करती हूँ,
तू आए हवा बनके कुछ ऐसा सोचती हूँ,
गुजारती ही दिन सिर्फ तुझे याद करके,
अब ढलती है शाम मेरी,
आंखों में चेहरा दिख जाने से,
एक तेरा ही आवाज़ सुन,
दिल को सुकून मिल जाने वाले,
ज़रा बताओ तुम कौन हो,
तुम चोर हो या कोई और...।।
- सुप्रिया साहू

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




