तिरंगे की शान
शिवानी जैन एडवोकेट Byss
तीन रंग का ये झंडा, हमारी पहचान है,
आज़ादी का प्रतीक, हमारा स्वाभिमान है।
केसरिया शौर्य का, सफ़ेद शांति का प्रतीक,
हरा रंग हरियाली का, देता जीवन की सीख।
बीच में नीला चक्र, धर्म का है चक्र,
जो निरंतर गति का, देता है प्रेरक तर्क।
लहराता है जब ये, ऊँचे आसमान में,
भर देता है गर्व, हर हिंदुस्तानी के प्राण में।
ये सिर्फ़ कपड़ा नहीं, ये तो है बलिदानों की गाथा,
हर सूत में गुँथी है, शहीदों की अमरता।
हर बार जब इसे, हवा में लहराते हैं,
पूर्वजों की क़ुर्बानी, हम याद दिलाते हैं।
ये हमें बताता है, एकता की शक्ति को,
विविधता में भी छिपी, हमारी भक्ति को।
इसकी रक्षा को, हम प्रण लेते हैं आज,
तिरंगे की शान है, हमारा सबसे बड़ा ताज।
ये झंडा ही तो है, हमारा सच्चा मान,
आज़ादी की है ये पहचान, हमारी शान।

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




