जगमगाता दीया सबको सुहाना लगता है
तिल-तिल जलती बाती का कौन दीवाना होता है
बुझते हीं बाती छा जाता है अंँधेरा चारों ओर
बेताब हो कर फिर से उसे हीं जलाना होता है
उसका तो बस काम यही है ख़ुद जल-जल कर
शहर के कोने-कोने को जगमगाना होता है
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उसका तो बस काम यही है ख़ुद जल-जल कर
शहर के कोने-कोने को जगमगाना होता है