मेने लीख दिया हे लकीरो में तुम्हारा नाम
तुम जरा ध्यान से देखो तो कोई बात हो.
सोचते रहने से मेरे अरमानो का क्या होगा।
तुम्हारी समज में गर आये तो कोई बात हो.
मेरे युही चुप रहेने से भला क्या होगा
कुछ तुम भी कहोगे तो कोई बात हो.
सिर्फ चाहत से मेरी मेरा क्या होंगा
तुम भी महेसुस करो तो कोई बात हो.
इस गुलिस्तां में फूल बनने से क्या होगा
तुम भी लहर बन जाओ तो कोई बात हो.
तुम्हारे बगेर इस जीवन का कोई रंग नहीं
तुम इसमें रंग भरो तो कोई बात हो.
के बी सोपारीवाला