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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

मानव तू हाड़ मांस का...केवल मात्र इक खिलौना है-ताज मोहम्मद

मानव तू हाड़ मांस का...
केवल मात्र इक खिलौना है...!!
तू मिट्टी से जन्मा है...
तुझको मिट्टी में मिल जाना है...!!

पंच तत्व की ऊर्जा से...
मानव तेरा ये जीवन चल रहा है...!!
अपने बुरे कर्मों से लगातार तू...
इनका ह्रास कर रहा है...!!

सर्वगुण संपन्न तू ईश्वर की...
एक अप्रतिम रचना है...!!
मानव तेरा स्वयं से जीव निर्माण...
एक कृत्रिम सपना है...!!

मानव तू मति भ्रष्ट हुआ है...
अपने ईश्वर को दिए वचन से...!!
धर्म कर्म सब तुमने छोड़ें...
धन के लालच में जीवन के...!!

मानव तू सर्वश्रेष्ट है...
ये तेरा एक भ्रम है...!!
तेरा आस्तित्व ईश्वर का...
एक छोटा सा श्रम है...!!

क्षमा मांग कर मानव तू ईश्वर से...
जीवन को पुनः परिलक्षित कर...!!
ईश्वरीय गुणों को मानव तू...
स्वयं में अवशोषित कर...!!

ईश्वर बड़ा दयालु है...
वह सब पर कृपालु है...!!
ईश्वर तुझ पर दया दिखाएगा मानव...
यदि बनता तू उसका श्रद्धालु है...!!

विनती कर ले मानव तू...
श्री हरि के चरणों में...!!
तुझको मोक्ष प्राप्ति होगी...
अपने सभी बुरे करमों से...!!

हे मानव तू आज अभी से...
नए जीवन का सृजन कर...!!
अपने निष्कपट कर्मों से...
ईश्वर को प्रसन्न कर...!!

ताज मोहम्मद
लखनऊ




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (2)

+

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Man Bhavan Milte Huye Vichar....Adhikansh Logon ke bhi milte honge Khaskar In Panktiyon se "क्षमा मांग कर मानव तू ईश्वर से... जीवन को पुनः परिलक्षित कर...!! ईश्वरीय गुणों को मानव तू... स्वयं में अवशोषित कर...!! " Jo Bhi Likhte Hain aap Sarthak Likhte Hain...

ताज मोहम्मद replied

अशोक जी आपकी समीक्षा का मैं कैसे धन्यवाद करूं मुझे समझ नहीं आता, आप किसी को भी कवि या लेखक बना सकते है, आपकी समीक्षा से एक अलग तरह की ऊर्जा मिलती है जो लिखने के लिए प्रेरित करती है। धन्यवाद।

Lekhram Yadav said

ताज भाई हम आपके कविता सृजन की शैली से अति प्रसन्न हुए, बहुत अच्छा लिखा है आपने।

ताज मोहम्मद replied

ये मेरा सौभाग्य है लेखराम भाई कि आप मेरी रचना से प्रसन्न हुए। इसी तरह से साथ देते रहे। मैं आपका सादर अभिवादन करता हूं।

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