बेकली सी रहती है तेरे जाने के बाद
ख़ुद की खबर नहीं तेरे जाने के बाद
बेसबब निगाहें फेर ली सबने मुझसे
कोई रहनुमा नहीं तेरे जाने के बाद
मुझे ये फ़जाएं ग़मगीन लगतीं हैं
इन बहारों से क्या तेरे जाने के बाद
झील में चांँद का दीदार हम किया करते थे
अब पलकें मूंँद लेती हूँ तेरे जाने के बाद