भ्रूण हत्या आखिर पाप क्यों है
नन्ही जान की जान लो, संताप क्यों है
जो दिल में है करो पूरा
ख्वाहिश यही है, तो मत छोड़ो अधूरा
क्यों इंतजार करो दो दशक
क्यों बांधो झूठे प्यार में जब
बली ही देनी है तो दो अबोध की
गुंजाईश कम होगी विरोध की
मिनटों का खेल मिनटों में खत्म करो
क्यों जवान लड़की को दफ़न करो
जो दिल में है करो पूरा
ख्वाहिश यही है, तो मत छोड़ो अधूरा