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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

तीन रंग से बना तिरंगा – कमलकांत घिरी

🇮🇳।।तीन रंग से बना तिरंगा।।🇮🇳

तीन रंग से बना तिरंगा, इसकी अजब ही शान है,
ये गौरव है हिंद देश का ये अपना स्वाभिमान है,
सरहद की है नींव तिरंगा वीरों की पहचान है,
त्याग, शांति, समृद्धि और निरंतरता का निशान है,
पर्वत से ऊंचा है परचम, ऊंची इसकी शान है,
इसकी शान की रक्षा खातिर वीरों ने किए बलिदान है
ये गौरव है हिंद देश का ये अपना स्वाभिमान है
कहीं शस्त्र तो कहीं रक्त और कहीं कई–कई घाते थी,
कहीं शीश तो कहीं पड़ा धड़ कहीं कई–कई लाशें थी,
धरती मां की रक्षा खातिर कई वीर हुए कुर्बान हैं,
तीन रंग से बना तिरंगा इसकी अजब ही शान है,
सन् 57 की जब छिड़ी क्रांति दुश्मन सब चकनाचूर हुए,
छोड़ हिंद को वापस जाने को वे क्रूर मजबूर हुए,
आंच न आने दी जो हिंद पर वे वीर कितने महान हैं,
तीन रंग से बना तिरंगा, इसकी अजब ही शान है
गांधी, राणा, भगत, शिवाजी और कितने ही वीर हुए,
किन–किन के मैं नाम बताऊं जो कितने रणधीर हुए,
भारत की धरती का कण–कण इन वीरों का करता गुणगान है,
तीन रंग से बना तिरंगा इसकी अजब ही शान है,
ये गौरव है हिंद देश का ये अपना स्वाभिमान है...!!

#--कमलकांत घिरी..✍️
🇮🇳।।🧡🤍💚।।🇮🇳
🙏




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (3)

+

Lekhram Yadav said

सुपरभात कमलकांत भाई, आपका तिरंगा बङा लाजवाब है.

कमलकांत घिरी replied

बहुत बहुत धन्यवाद सर जी 🙏सुप्रभात प्रणाम 🙏

वन्दना सूद said

ये गौरव है हिंद देश का ये अपना स्वाभिमान है🇮🇳🇮🇳

कमलकांत घिरी replied

धन्यवाद मैम 🙏

रीना कुमारी प्रजापत said

बहुत सुंदर प्रस्तुति है भाई, मैं कोशिश करूंगी की आपकी इस कविता को कोई इस स्वतंत्रता दिवस पर स्कूल कॉलेज में प्रस्तुत करे।

कमलकांत घिरी replied

बहुत बहुत शुक्रिया रीना दीदी 🙏 आपकी इस कोशिश के लिए मैं आपका तहे दिल से आभारी रहूंगा🤗🙏, प्रणाम🙏

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