ताजी हवा का जबसे झोंका चला है
हमें सांस लेने का मौका मिला है
भीनी खुशबू आ रही है हर तरफ से
कहीं रात रानी का गुंचा खिला है
उसके चेहरे पे आई रौनक देखकर
खुद माँ बाप का चेहरा खिला है
कहने को तो जिन्दगी हसीन है बड़ी
हाथ की लकीर में क्या लिखा है
दिल का दर्द भी दास दवा बन गया है
चलो कोई हाथ दुआ को उठा है