New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.



The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

New रचनाकारों के अनुरोध पर डुप्लीकेट रचना को हटाने के लिए डैशबोर्ड में अनपब्लिश एवं पब्लिश बटन के साथ साथ रचना में त्रुटि सुधार करने के लिए रचना को एडिट करने का फीचर जोड़ा गया है|
पटल में सुधार सम्बंधित आपके विचार सादर आमंत्रित हैं, आपके विचार पटल को सहजता पूर्ण उपयोगिता में सार्थक होते हैं|

The Flower of Word by Vedvyas MishraThe Flower of Word by Vedvyas Mishra
Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Show your love with any amount — Keep Likhantu.com free, ad-free, and community-driven.

Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

सोचते थे हमेशा

अक्सर हम सोचते थे
कि वक्त की परिक्षाएँ उम्र भर चलती रहती हैं
पर गुज़रती उम्र ने अलग ही अनुभव दिया
कि बुढ़ापा आते ही सब परिक्षाएँ खत्म हो जाती हैं
और समय ब्याज समेत वक्त के हिसाब-किताब चुकाने का आ जाता है
जिसने बुढ़ापे के इंतज़ार में यौवन मौज मस्ती में गवा दिया
उसने अपने ब्याज की दरें बढ़ा लीं
और जो अपना यौवन सँवारता हुआ चला
वही अपने बुढ़ापे को सुखद बना पाया ..
वन्दना सूद




समीक्षा छोड़ने के लिए कृपया पहले रजिस्टर या लॉगिन करें

रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (6)

+

Shiv Charan Dass said

वाह. ..हिसाब किताब. ..वन्दना. ..सूद. ये भी तो इम्तहान ही हैं. . बहुत खूब

वन्दना सूद replied

😊बिल्कुल जी

श्रेयसी said

बहुत सुंदर बहुत सही कहा आपने 🙏🙏

वन्दना सूद replied

🙏🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Aadarneey Mam Bahut khoob likha Aapki यह Rachna जीवन के हर पहलू को संतुलन में रखने की महत्ता को बयां करती है, Saadar Pranam...

वन्दना सूद replied

🙏🙏

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Looks like Dass Sir ji Ne aapke Name ko bhi Hisab Kitab me Jod Liya Hai... Adarneey Dass Sir ji ki Bahut sundar aur Pyari Sameeksha....Halanki Sir Yeh "वन्दना सूद" unka nam hai na ki do alag alag shabd, waakyi aapki chanchlta jhalkti hai is sameeksha m aapko bhi saadar pranam Dass Sir ji

वन्दना सूद replied

Haha 😊waise bahut log sood aur sut mein confuse ho jaate hain par inka apna andaaz bhi badiya hai thoda bachpan bhi kayam rehna hi chahiye

Supriya sahu said

बहुत सुंदर रचना मैम 👌👌, आपको सादर प्रणाम 🙏🙏।

वन्दना सूद replied

🙏🙏

रीना कुमारी प्रजापत said

Bahut khubsurat... Pranaam

वन्दना सूद replied

🙏🙏

कविताएं - शायरी - ग़ज़ल श्रेणी में अन्य रचनाऐं




लिखन्तु डॉट कॉम देगा आपको और आपकी रचनाओं को एक नया मुकाम - आप कविता, ग़ज़ल, शायरी, श्लोक, संस्कृत गीत, वास्तविक कहानियां, काल्पनिक कहानियां, कॉमिक्स, हाइकू कविता इत्यादि को हिंदी, संस्कृत, बांग्ला, उर्दू, इंग्लिश, सिंधी या अन्य किसी भाषा में भी likhantuofficial@gmail.com पर भेज सकते हैं।


लिखते रहिये, पढ़ते रहिये - लिखन्तु डॉट कॉम


© 2017 - 2025 लिखन्तु डॉट कॉम
Designed, Developed, Maintained & Powered By HTTPS://LETSWRITE.IN
Verified by:
Verified by Scam Adviser
   
Support Our Investors ABOUT US Feedback & Business रचना भेजें रजिस्टर लॉगिन