पौने लाख कीमत की ; आलीशान स्कूटी,
अपने-सपने- पूरे औलाद के अरमान,
लेकिन अक्सर मां बाप ; कंजूसी करते,
छः सौ का न खरीदते ; एक शिरस्त्राण,
शिरस्त्राण(हेलमेट) ; रक्षात्मक निर्माण,
हेलमेट सुरक्षाकवच ; है जन -कल्याण ,
दुर्घटना में बचाता है ; अमूल्य महाप्राण,
हेलमेट बिना जोखिम , दैनिक-प्रमाण,
संयोगवश दुर्घटना ; गंवा देती है प्राण,
छोड़ो पुरानी बातें ; करो नव-निर्माण ,
जीवन ईश्वरीय देन ; प्यारी है जान,
हेलमेट संस्कृति ; सुरक्षित रहें प्राण ,
समझो,मनुष्य हो तुम ; नही पाषाण !
सड़क सुरक्षा जीवन रक्षा -रामबाण !
✒️ राजेश कुमार कौशल