शेर की शादी : बाल कविता
शेर जी की शादी है
धूप खिली सुहानी है
शेर जी की शादी में
आये खूब बाराती हैं
सूरज आया चन्दा आया
संग में सितारें लाया
सूरज ने कमाल दिखाया
इन्द्र धनुषी छतरी लाया
सूंड हिलाता हाथी आया
धुंघरू बांध भालू आया
छम छम नाच दिखाया
मेढक ने ढ़ोल बजाया
कोयल ने गीत सुनाया
मोर ने सुंदर पंख फैलाया
अचकन पहन कर दुल्हा
राजा शेर आया लाल सारी
में सजी उसकी दुल्हनिया
हलवाई बन बिल्ली मौसी ने
पकवानों से दस्तरखान सजाया
सबने मिलकर प्रेम से खाया
✍️#अर्पिता पांडेय