दोस्ती है या दुश्मनी पर शान जरुरी है बहुत
काम कैसा भी हो मगर ईमान जरुरी है बहुत
कागजी फूलों पर कभी तितलियाँ नहीं आतीं
खुशबू के साथ रंग का मिलान जरुरी है बहुत
जिन्दगी में हरदम कोई कभी जवाँ रहता नहीं
उम्र के हर पड़ाव का ये ढलान जरुरी है बहुत
नास्तिक होकर के इंसा खुश नहीं रहता कभी
हर सांस में भगवान का वरदान जरुरी है बहुत
दास दिल ओ दिमाग़ में हलचल रहती है सदा
दौड़ते घोड़ों पे ये चाबुक कमान जरुरी है बहुत II

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




