एक बार कह दे तू प्यार नहीं
नफ़रत करता है हमसे, (2)
हम घुट-घुट के जीना सीख जायेंगे ।
एक बार कह दे हमसे बात करना
अच्छा नहीं लगता तुझे, (2)
हम खुद बात करना छोड़ देंगे तुझसे।
यूं ना अंधेरे में रख हमे जो भी कहना है
आज कह दे हमे।
एक बार कह दे तेरी ज़िंदगी में हमारे कोई
मायने नहीं,(2)
तुझसे हर रिश्ता तोड़ देंगे हम।
एक बार कह दे तेरी ज़िंदगी में शामिल ही नहीं
मेरा नाम,(2)
देखना ख़ुद गुमनाम हो जायेंगे हम।
यूं ना दिलासा दे दिल को जो भी कहना है
आज कह दे हमे।
(रीना कुमारी प्रजापत)