समय की है पुकार
चल साथ चल
भारत माँ की है पुकार
चल साथ चल तू चल
उठो नौजवान जोश में
ले प्रलय अरू झंझावात
परिवर्तन का बर्ष अब
आया लिए नवप्रभात
बदलाव की बयार
तू सब बदलता चल
समय की पुकार
चल साथ चल
गुलामी की नियमावली
को तोडकर अविष्कार पूर्ण
स्वतन्त्रता का तू कर
समय की है पुकार
चल साथ चल
✍अर्पिता पांडेय