समय नहीं लगता है, समय के बदलने में,
पर समय लगता है, समय को बदलने में।
समय के पास समय नहीं की समय दे दे,
समय नहीं लगाना, समय पे निकलने में।
सबका नसीब कहाँ? मिले तुरंत ही मंजिल,
समय तो लगता है, मंजिल तक पहुँचने में।
देखा ही नहीं जिसने, बचपन से मुफलिसी,
समय लगता ही नहीं उनको, फिसलने में।
सबको कहाँ नसीब है, फूलों के बिछे रास्ते,
पाँव छिलने लगते समय के साथ चलने में।
🖊️सुभाष कुमार यादव