खामोश लफ्जों में समाया एक बवंडर।
वह शान्त सा लगता प्यार का समुन्दर।।
दबी सी हँसी खिल जाए अगर मुँह पर।
दिल जानता है दफा में कर देगी अन्दर।।
खूबियाँ तो बहुत हैं वकालत एक पेशा।
चंद लफ्जों में बताऊँ कैसे करूँ सरेंडर।।
यू-ट्यूब के कमाल 'उपदेश' बहुत सारे।
हर तरह का ज्ञान कर रहीं अपने अन्दर।।
- उपदेश कुमार शाक्यवार 'उपदेश'
गाजियाबाद