यह जो सच बोलने की आदत है
अलग ही तरहा की सियासत हैI
हम जो ढों रहे हैं अपने कांधो पर
बस हमारे पुरखों की विरासत हैI
फिर नया आ गया है अब कानून
यूं मौन रहना भी जुर्मे हिरासत हैI
दास फरियाद अपनी किससे करें
जो भी हाकिम है वो ही सांसत है।
हो अमन चैन अब सारी दुनियां में
हर जगह हो रही दुआ इबादत है II