सुरु करे हर गांव से,
....हर व्यक्ति से शुरू करें,(2)
विकसित होगा देश तभी,
....अपने गाँव से शुरू करें,(2)
जहाँ शिक्षा और व्यवस्था,
....चिकित्सा सबसे ऊपर हो,(2)
जहाँ मिलकर रहना सब चाहे,
....जो विकसित भारत का गहना हो,
जहां सोच भविष्य हो उज्जवल,(2)
....हर बच्चे की अब गाथा हो,
जहाँ लघु उद्योग से बढते,
....सुधरती गांव की काया हो,
सुरु करे हर गांव से,
....हर व्यक्ति से शुरू करें,(2)
विकसित होगा देश तभी,
....अपने गाँव से शुरू करें,
जहाँ सोच हो सबकी विकसित,
....नारी में लक्ष्मी बाई हो,(2)
हो वीर जहा आज़ाद जेसे,
....जगह जगह सफाई हो,(2)
हो अस्पताल और कार्यालय,
....पानी की भी व्यवस्था हो,
हो निकासि जल साधन की,
....बिजली की समास्य ना हो,
सुरु करे हर गांव से,
....हर व्यक्ति से शुरू करें,(2)
विकसित होगा देश तभी,
....अपने गाँव से शुरू करें,(2)
कवि राजू वर्मा
सर्वाधिकार अधीन है