वक़्त ने हमारे वक़्त से पूछा !
तुम्हारा वक़्त कैसा चल रहा है ?
हमारे वक़्त ने हँस कर कहा !
वैसा ही चल रहा है 😊
जैसा तुम चलाना चाहते हो ✍️
वन्दना सूद
यह रचना, रचनाकार के
सर्वाधिकार अधीन है
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