राम जी की घोड़ी
इतने दिनों बाद एक कीट देखा
देखते ही उस पर नज़र टिक गई
न ही उसे उड़ाने की इच्छा से और न ही डर से
दिल किया पूछ लूँ
कि इतने समय बाद क्यों दिखा
आपको भी थोड़ी तो इच्छा जागी होगी
ऐसा कौन सा कीट होगा
जो बचपन के दोस्त जैसा लग रहा होगा
चलिए बता देते हैं ,राज़ उठा देते हैं
बहुत लोग उसे टिड्डी बोलते होंगे
पर हम उसे “राम जी की घोड़ी” बोलते थे
जैसे ही देखा ,देखते ही फोटो खींच ली
ऐसी ही छोटी छोटी बातों से लगता है
कि बचपन कभी कहीं नहीं जाता
हमारी यादों में रह कर हमारे चेहरे की मुस्कान को हमेशा जिन्दा रखता है ..
वन्दना सूद