ब्रह्मा जी ने जब सृष्टि बनायी
ग्रह नक्षत्र तारों और वनस्पतियों से सजायी
पर उन सब में सुंदर पृथ्वी बनायीं
शुद्ध वायु, शुद्ध जल, मृदा और वनों से सजायी
सृष्टा ने यह सृष्टि बनायीं पर आदिशक्ति ने उनसे भूल करायीं
ब्रह्मा जी ने अपनी एक विलक्षण
कृति मानव बनायीं
उसे बुद्धि और महत्वाकांक्षाएं थमायी
मानव ने कर बुद्धि कर निर्मम दुरुपयोग
पृथ्वी को दिया प्राकृतिक असंतुलन योग
पृथ्वी के असंतुलन योग प्रदूषण कहलाये
इस प्रदूषण ने पृथ्वी को चोट है पहुंचाई
कभी अतिवृष्टि कभी अनावृष्टि
के रुप में सामने है आयीं
ब्रह्मा जी ने जब सृष्टि बनायी
हां विधाता कैसी यह भूल करायीं
तेरी ही विलक्षण कृति
पृथ्वी विनष्ट करनें को आयी
ब्रह्मा जी ने जब सृष्टि बनायी
✍️#अर्पिता पांडेय