मोबाइल फ़ोन ने क्या कमाल कर दिया
गैरों को करीब और अपनों को दूर कर दिया।
अब सारे रिश्ते नातें प्यार वफ़ा तकरार
तलाक़ शादी विवाह मोबाइल फ़ोन पर ही रहें हैं।
शादी का मंत्र हो या चौथे की तंत्र सब फोन पे हो रहें हैं।
सोसल मीडिया के ज़माने में सब एंटी सोसल हो रहें हैं।
खैरात में मिले पैसों के लिए सब रील बना रहें हैं।
एक घर में सब अजनबी हो गए
मां बाप फेसबुक तो बेटा बेटी इंस्टा पे लग गए।
बंदरों की तरह मुंह बना फिल्टरवाला पिक्चर डाल रहें हैं।
अस्सी साल के ताई और नब्बे के ताऊ
पच्चीस पैंतीस के लग रहें हैं।
पोते पोतियों के उमर के बच्चों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेज रहें हैं।
शर्मों हया सब ताक पर अब लोग रख रहें है।
मोबाइल फ़ोन के ज़रिए ये सब काम हो रहें हैं।
इसलिए व्यर्थ के वक्त की बरबादी ना कीजिए।
मोबाइल फ़ोन को साइड में रखकर
पढ़ाई लिखाई कमाई दवाई कीजिए
और याद रखिए जनाब किसी भी कीमत पे
फ़ोनजीवी मत बनिए...
फोनजीवी मत बनिए...