वो लड़की भी थी
हम भी थे, और गांव भी था
वो यार भी थे, परिवार भी थे
कुछ अपने थे,पराये भी थे !
हम टूट गये, वो रूठ गए
सब रिश्ते सारे छुट गये!
वो कहां गए,किस को मालूम ?
हम नये शहर में खो गए।
वो कहां गए ? हम को मालूम
हम चाह कर भी मिल न सके।
ऐसे अब रिश्ते हो गये,
अब अरसे हो गये,
मिले नहीं हम उनसे।
वो दिन थे अब बीत गए
अब नया सबेरा आया है
हम सारी बातें भूल गए।