नियुक्ति- डॉ एच सी विपिन कुमार जैन "विख्यात"
विकलांग कोटे में,
नियुक्ति पाकर।
कल्लू कबाड़िया,
बहुत खुश था।
जांच करने पर,
मालूम हुआ।
विकलांग तो,
था ही नहीं।
ले दे कर,
सुविधा शुल्क के बल पर।
प्रमाण पत्र फर्जी,
बनवाया गया।
घर का भेदी,
लंका ढा गया।
एक ही तीर में,
विभीषण बनकर।
अमरता का राज,
श्री राम को बता गया।