तुम्हारा प्यार पाकर नया आयाम आया।
कॉलेज के दिनों में नया अध्याय पाया।।
किताबों के पन्ने पलटने भर की मजबूरी।
ना चाहते हुए भी तेरा चेहरा नजर आया।।
जिंदगी बदलने लगी किसी को पता नही।
रास्ते में 'उपदेश' घर खामोश नजर आया।।
- उपदेश कुमार शाक्यावार 'उपदेश'
गाजियाबाद