निवेदन गीत
हे महाहृदय करूणा विधान,
कर कृपा हो जनकल्याण।
ज्ञान लौ अनवरत जले,
दूर हो सबका अज्ञान।
स्वस्थ तन में मन हर्षित हो,
आनंद उत्सव सदा रहे।
हे महाहृदय करुणा विधान,
कर कृपा हो जनकल्याण।
बंधन-मुक्ति की चाह प्रबल हो,
परिस्थितियों से लड़े सदा।
आत्मविश्वास रगों में हो,
विजय सदा संघर्ष बने।
हे महाहृदय करुणा विधान,
कर कृपा हो जनकल्याण।
कर्म, धर्म और प्रेम, धैर्य से,
मानव हृदय संचित रहे।
हे महाहृदय करुणा विधान,
कर कृपा हो जनकल्याण।
Dr. chunnan Kumari
Assistant professor
(HOD) Hindi department
S.B.College,Ara
Veer Kunwar Singh University,Ara
M.N-7366974722