कहीं उनकी ज़िंदगी से कट ना जाए हम ,
इसीलिए उनकी मसरूफ़ ज़िंदगी में दख़ल देते रहते हैं।
कभी -कभी लगता है कि वो थक जाते हैं हमारी इस
दख़ल अंदाज़ी से,
पर क्या करें नहीं देंगे दख़ल तो उनकी ज़िंदगी से
गुमनाम हो जायेंगे हम।।
प्यार उनसे बहुत करते हैं तभी तो उन्हें सताते रहते हैं,
प्यार उनसे बहुत करते हैं तभी तो उन्हें याद करते रहते हैं।
वरना जिनसे प्यार नहीं उन्हें कौन याद करता है,
जिनसे प्यार नहीं उन्हें कौन यूं सताता रहता है।।
माना कि वो बड़े परेशान रहते हैं मेरी इस हरकत से,
माना कि वो बड़े परेशान रहते हैं मेरी इस हरकत से
पर क्या करें हरकते ऐसी नहीं करेंगे तो
उनकी ज़िंदगी में फिर कभी नहीं रहेंगे हम।
हरकते ऐसी नहीं करेंगे तो फिर उन्हें
कभी भी याद नहीं रहेंगे हम।।
थोड़ी सी तो यादें बाकी है अभी उनके जे़हन में हमारी,
कहीं वो यादें ख़त्म ना हो जाए
इसीलिए उन्हें अपनी याद दिलाते रहते हैं।
कहीं वो हमे भूल ना जाए,
इसीलिए उन्हें सताते रहते हैं।।
💫 "रीना कुमारी प्रजापत"
सर्वाधिकार अधीन है

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



The Flower of Word by Vedvyas Mishra




