झिलमिल झिलमिल तारों वाले
छोटे-छोटे रथ पर आया।
धनतेरस पर प्यारा प्यारा
नन्हा सा चंदा घर आया।
लगा दिवाली से पहले ही,
लाखों दिए जल उठे मन में।
कई फुलझड़ी और पटाखे,
लगे चमकने नील गगन में।
नन्हा मुन्ना राज दुलारा
छोटा सा इक सूरज आया।
झिलमिल झिलमिल तारों वाले
छोटे-छोटे रथ पर आया।
आंखें बड़ी-बड़ी सुंदर हैं,
पंखुड़ियां से लाल अधर हैं।
उसकी बंद मुट्ठियों में
लक्ष्मी देवी के अनगिन वर हैं।
छोटी सी बंशी संग लेकर
छोटा सा इक कान्हा आया।
झिलमिल झिलमिल तारों वाले
छोटे-छोटे रथ पर आया।
उसके आते ही घर-आंगन
राजमहल जैसा लगता है,
उसका गोरा अतिसुंदर मुख
राजकमल जैसा लगता है,
कुल में सबसे छोटा दीपक
राजकुंवर छोटा सा आया।
झिलमिल झिलमिल तारों वाले
छोटे-छोटे रथ पर आया।
गीतकार अनिल भारद्वाज एडवोकेट हाईकोर्ट ग्वालियर

The Flower of Word by Vedvyas Mishra
The novel 'Nevla' (The Mongoose) by Vedvyas Mishra



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