धूप अगर खिला खिला है
तो हर्जा क्या है
अगर बादलों से मिला मिला है
तो हर्जा क्या है?
कहीं मुरझाए फूल
बहारों के मौसम में
कहीं पतझड़ में भी खिला खिला है
तो हर्जा क्या है?
वो जिंदगी में आई तो
जैसे,सब कुछ मिल गया
अब मिल कर भी शिकवा गिला है
तो हर्जा क्या है?
सर्वाधिकार अधीन है