ग़ज़ल तू है मेरी ग़ज़ल,
ग़ज़ल तू है मेरी पहली ग़ज़ल।
ग़ज़ल तू आई इस दुनियां में,
हम बहुत खुश हैं तुझे पाकर ग़ज़ल।
दुनियां दे तुझे कुछ भी नाम पर
मैंने तुझे नाम दिया ग़ज़ल,
ग़ज़ल तू है मेरी पहली ग़ज़ल।
माना कि हक़ीक़त में तुझे अभी देखा नहीं
पर तेरी तस्वीर देखी है ग़ज़ल।
तू बहुत ही सुंदर और प्यारी है ग़ज़ल,
तुझे ना लगे किसी की नज़र।
रहने वाली महलों की ,
तू सबकी आंखों का तारा है ग़ज़ल
ग़ज़ल तू है मेरी पहली ग़ज़ल।
अगर तू सबका अभिमान हैं
तो मेरा मान है ग़ज़ल।
अगर चाहते हैं तुझे सभी
तो मेरी भी चाहत है तू ग़ज़ल
ग़ज़ल तू है मेरी पहली ग़ज़ल।
<रीना कुमारी प्रजापत>