कल आपसे बात हुई, और रात सपने में
एक अल्हड़ सी खूबसूरत लड़की आयी,
जिसकी काली जुल्फें चेहरे पर बिखरी हुई थी,
उसने मेरे माथे को चूमी, और बाय बोल चली गई,
देखते हैं वो मिलती भी है या नहीं,
पता नहीं वह कौन थी,
कहीं वो आप तो नहीं, जो मेरी जान बन गयी,
धर्म नाथ चौबे 'मधुकर'