हो तेरे एतबार की बारिश,
भीग जाऊं मेरी तमन्ना है।"
"यादों की तेरी खुश्बू,
ये साज़िशों का मौसम,
दिल से गुज़र के निकले,
ये बारिशों का मौसम ।
मुकम्मल हो नहीं पाई
अधूरी सी मुलाकाते ।
बिना बरसात के बरसी
मिरी आंखों से बरसातें।"
"ये दिल जीत लेती है
मिट्टी की खुश्बू,
ज़रा भीग कर तुम भी
बारिश मे देखो।"
"कुव्वत -ए- सब का हुनर देना।
फिर बिछड़ने की तुम खबर देना।"
"फ़ासला बेसबब नहीं आया,
दूर तुम भी तो हो गये हम से।"
"तेरे दिल में है अहमियत कितनी,
तू मुझे खो के देख सकता है।"
डाॅ फ़ौज़िया नसीम शाद