अपनी मंद रोशनी से, सीखा दे टिमटिमाना
फलक पर वो सितारे, आज भी हैं
खुशनम आंखों से,जरा, देखें जहां को
खूबसूरत वो नज़ारे, आज़ भी हैं
दर्द अपना भूलकर, औरों के लिए जिये
वो इंसान प्यारे प्यारे, आज़ भी हैं
मुसीबत की लहरों से, बचा लेने वाले
वो किनारे, सहारे, आज़ भी हैं
टूटते दिलों को परखकर, करीब आने वाले
देवदूत, फ़रिश्ते, दुलारे, आज भी हैं।।
सर्वाधिकार अधीन है