तूँ सामने नही मगर दिल की धड़कन है।
इसीलिए अन्दर में झाँकने का जुनून है।।
कभी समझा नही था तूँ मेरा हो जाएगा।
आज मैं तेरी चाँदनी और तूँ मेरा मून है।।
किस्मत बदलने लगी 'उपदेश' के साथ।
मैं तुझको देख तूँ मुझे देखकर मगन है।।
- उपदेश कुमार शाक्यवार 'उपदेश'
गाजियाबाद