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The Flower of WordThe Flower of Word by Vedvyas Mishra

कविता की खुँटी

        

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Dastan-E-Shayra By Reena Kumari PrajapatDastan-E-Shayra By Reena Kumari Prajapat

कविता की खुँटी

                    

मर्यादा और सीता

रघुनाथ और रघुराई
जिन्होने मर्यादा बनाई
मुसीबत उन पर भी आयी
पर मर्यादा उन्हे त्याग ना पायी
राज्याभिषेक की बेला जब
माता कैकेई की बुद्धि चकराई
दशरथ से वन गमन की आज्ञा दिलवाई
लक्ष्मण संग बन को चले रघुराई
माँ सिया भी साथ निभाने आयी
मर्यादा उन्हे त्याग ना पायी
वन मे सूपर्नखा राक्षसी आयी
सिया हरण की योजना बनायी
सिया हर ले गया राक्षस राज़ रावण
जो था सूपर्नखा का बड़ा भाई
कैसी विपदा रघुनाथ पर आयी
पर मर्यादा उन्हे त्याग ना पायी
वानर संग ले रघुनाथ ने
लंकाराज़ से की लड़ाई
सिया लिए छुड़ाई
सब संग अयोध्या लौटे रघुराई
राम राज़ की शुभ घड़ी आयी
वनवास की पीड़ा राम संग
सिया ने भी थी निभायी
पर विधना को दया नही आयी
परीक्षा वेदी फ़िर दिय सजायी
मान प्रजा की कुटिल ताई
सिया वन भेज दिय रघुराई
क्या मर्यादा रघुवर ने निभाई
स्वयं महल और सिया वन पठायी

सिया ने नारी होने की सजा पायी
बाल्मीकि की बिटिया बनी
लव कुश की जननी कहलायी
पुन:राम सिया के मिलन की घड़िया आयी
रघुनाथ ने जनता समक्ष
फ़िर सिया की परीक्षा करायी
कैसी यह मर्यादा बनायी
नारी ही परीक्षा वेदी पर जाये चढ़ाई
ले निर्णय फ़िर कठोर सब त्याग
माँ सिया धरती मे समायी
काहे सिया ने सही पीर परायी
हा! विधाता कैसी यह रीति बनायी
मर्यादा पर सीता की ही बलि दी चढ़ाई
वाह रे रघुनाथ और उनकी रघुराई
मर्यादा उन्हे त्याग ना पायी

अर्पिता पांडेय
मौलिक रचना




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रचना के बारे में पाठकों की समीक्षाएं (2)

+

Amit Shrivastav said

बहुत ही भावपूर्ण रचना 😔😔मैं हृदय से नमन करता हूं आपको इतनी सुंदर रचना लिखने के लिए🙏🙏

Arpita pandey replied

हार्दिक आभार

अशोक कुमार पचौरी 'आर्द्र' said

Bahut adhbhut prasang bahut khubsurati se likha gaya hai...bahut khoob pranam mahodaya

Arpita pandey replied

, आपकी सराहना मिली धन्यवाद आपका

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